ख़ामोश चेहरा , चुप सी निगाहे…
ख़ामोश चेहरा , चुप सी निगाहे
कहना भी चाहे , कह भी ना पाये ,
कैसी मोहब्बत समझ में ना आये …x2
ख़ामोश चेहरा , चुप सी निगाहे ..
वो चाहती है , मै जानता हूँ ,
जो सोचती है , में चाहता हूँ
कैसे बताऊ समझ मे ना आये
ख़ामोश चेहरा , चुप सी निगाहे
कहना भी चाहे , कह भी ना पाये ,
कैसी मोहब्बत समझ में ना आये
एक बार हँस के देखे जो मुझको
शरमा के फिर जो जादू चलाये
नादान दिल ये संभालता नहीं है
कैसे सँभालु समझ मे ना आये
ख़ामोश चेहरा , चुप सी निगाहे ..
क्या है तम्मंना कैसे बताऊ
जी चाहता है बाहों में भर लूँ
हुई जो खता तो कैसे मनाऊ
फिर सोचता हूँ …
उनसे कहूँ या दिल में छुपा लूँ
उनसे कहूँ या दिल में छुपा लूँ
- Written
By – Rakesh Jha
Member, FWA, Mumbai